Jabre Piya
मुखड़ा : जबरे पिया फेंके हो ऐसा जाल अबके-अबके के जाए नहीं बचके मन बावरा सरकारी बस की चढ़ा छत पे छत पे के खाए कैसे धचके भरी दोपहरी लगी कचहरी अब married-वैरीड हो! रस्सी तुम्हारी और खूँटी तुम्हारी अब married-वैरीड हो! जबरे पिया फेंके हो ऐसा जाल अबके-अबके-अबके… लाख टके का सावन […]