Badal Gaye Tum

अब आगे की राहें
बड़ी टेढ़ी – मेढ़ी 
बँट गयी यार दुआएँ  
सब तेरी – मेरी 
 
थोड़ा थोड़ा सा तेरा 
थोड़ा थोड़ा सा मेरा 
थोड़ा सा दोनों का भरम 
 
मेरा हिस्सा भी तेरा 
तेरा हिस्सा भी तेरा 
मेरा तो क़िस्सा ही ख़तम 
 
बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
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आ-वारगी 
दिल तलाश कर ले 
ये दूरियाँ 
हमको राख कर दे 
 
कैसी मगरूरी है तुम ही कहो 
मैं तुम्हें मनाऊँ तुम रूठे ही रहो
हो जी हो 
हो जी हो 
हो जी हो 
 
सहमी सहमी सांसें  
कहें मेरी, मेरी  
मुड़ के वापस आ जा 
ना हो देरी, देरी   
 
माना टूटा है वादा 
टूटा नहीं इरादा 
झूटा नहीं तेरा बलम 
 
मेरा हिस्सा भी तेरा 
तेरा हिस्सा भी तेरा 
मेरा तो क़िस्सा ही ख़तम 
 
बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
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कैसे हो यकीं बदल गए तुम 
सोचा ही नहीं बदल गए तुम 
सात-सात जन्मों की बात थी 
बदल गए, बदल गए, बदल गए – तुम! 
 
भोले से जिया को छल गये तुम 
घाव था हरा कि मल गए तुम 
प्लान टल गए, ख़्वाब जल गए, 
बदल गए, बदल गए, बदल गए – तुम! 
 
बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
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बदल गए तुम 
बदल गए तुम 
 
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©mayurpuri
 
 

Haq Tumko Hi

दिल दुखाने का 
हक़ तुमको ही…
तुमको ही, तुमको ही…  
 
सौ दफ़ा तड़पाने का 
हक़ तुमको ही…
तुमको ही, तुमको ही…
 
रूठ ले मुझसे तू 
रूठ ना खुदसे तू 
सोयी तक़दीरें 
सोयी-सी उम्मीदें 
फिर से जगाने का हक़ तुमको ही 
 
भूल जाने का 
हक़ तुमको ही…
तुमको ही, तुमको ही…  
 
 दिल दुखाने का 
हक़ तुमको ही…
तुमको ही, तुमको ही…  
 
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       काग़ज़ पे फैली जो सियाही 
       ‘गर हो तो, मिट भी जाए 
काजल की गहरी लिखायी 
अश्कों से मिट ना पाए  
       दूरियाँ,       
दरमियाँ,
बेवजह आ गयीं 
 
कुछ तेरा खोया है, 
कुछ मेरा खोया है,
दूर से ही मुझे 
कभी ये भी कह दे 
पास में आने का हक़ तुमको ही   
 
हाँ,
हक़ जताने का 
हक़ तुमको ही…
तुमको ही, तुमको ही…  
 
हाँ,
दिल दुखाने का 
हक़ तुमको ही…
 
राँझे की हर 
साँस भी तेरी 
दिल भी तेरा 
चाह भी तेरी 
 
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©mayurpuri
 
 
 
 
 

Mr. Malang

O mister मलँग
कट गयी पतंग 
घर में लगी आग 
और दरवज्जा बँद 
 
O mister मलँग
कट गयी पतंग 
घर में लगी आग 
और दरवज्जा बँद 
 
क्यूँ… उखड़े-उखड़े हो  
और मुखड़े-वुखड़े को  
लगा है नया रंग
 
दिल… टुकड़े टुकड़े जी   
और दुखड़े-वुखड़े की 
खुद गयी लम्बी सुरंग 
 
तुम धीरे धीरे धीरे धीरे राज्जा 
कहीं के ना रहे 
यूँ बजते बजते बजते बज गया बाजा 
कहीं के ना रहे 
 
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तुम चाँद पकड़ने निकले  
और ग्रहण लगा क़िस्मत को 
ये टूटा दिल क्या जोड़ो 
जब जोड़ ना पाए हिम्मत को 
 
मन के भीतर, तन के भीतर 
हैं घाव करारे देख लो 
सपनों के सब, उड़ गए तीतर 
अब दिन में तारे, देख लो  
 
हाँ, हुयी सीट्टी-पिट्टी गुम 
दबा के अपनी दुम  
छोड़ो मैदान-ए-जंग 
 
अरे क्या आपा-धापी है 
सब घायल साथी हैं
अब ना बनो दबंग 
    
तुम धीरे धीरे धीरे धीरे राज्जा!
कहीं के ना रहे…
यूँ बजते बजते बजते बज गया बाजा!
कहीं के ना रहे…
 
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यहाँ के ना रहे 
वहाँ के ना रहे 
कहीं के ना रहे 
 
इधर के ना रहे 
उधर के ना रहे 
 
अरे ओ O mister मलँग 
तुम कहीं के ना रहे
 
***

©mayurpuri

Jabre Piya

मुखड़ा :
 
जबरे पिया 
फेंके हो ऐसा जाल
अबके-अबके 
के जाए नहीं बचके
 
मन बावरा 
सरकारी बस की चढ़ा    
छत पे छत पे 
के खाए कैसे धचके
 
भरी दोपहरी 
लगी कचहरी 
अब married-वैरीड हो!
 
रस्सी तुम्हारी 
और खूँटी तुम्हारी 
अब married-वैरीड हो!
 
जबरे पिया 
फेंके हो ऐसा जाल
अबके-अबके-अबके…
 
लाख टके का सावन
दो कौड़ी का ताना-बाना
जब चुग ना सकते खेत 
तो काहे को डाले दाना 
 
ओ जबरे पिया 
बेख़बरे पिया  
कुर्सी की पेटी बाँध लो 
बेसबरे पिया 
 
अंतरा :

हंस लो 
ओ हो - हो हो हो हो 
हंस लो
ओ हो - हो हो हो हो 
 
दो दिन की है
जी दो दिन की है
ये दो चार दिन की हंसी
 
बचना
बचना
 
अब मुश्किल है 
जी बड़ी मुश्किल है
ये जान जंजाल में फंसी 
 
बाल की खाल भी निकाल दोगे 
तो साल दो साल में सवाल होंगे 
हो ... फिररररर
 
पूछो खुद ही से, 
और कहो खुद ही को
अब married-वैरीड हो!
 
खुद ही सिखाओ 
और खुद ही से सीखो
अब married-वैरीड हो!
 
जबरे पिया 
फेंके हो ऐसा जाल
अबके…

कोड़ा:

ख़र्चा अठन्नी
कमाओ चवन्नी 
अब married-वैरीड हो 
 
वेतन भी लाओ, 
और बेलन भी खाओ 
अब married-वैरीड हो 
 
घर को सम्हालो, 
और बच्चे भी पालो 
क्योंकि married-वैरीड हो 
 
बस आज हो दूल्हा 
और कल से है चूल्हा 
अब married-वैरीड हो 
 
यारों को Tata 
और शामें सन्नाट्टा 
अब married -वैरीड हो 
 
जबरे पिया 
फेंके हो ऐसा जाल
अबके…
 
©mayurpuri