VERSE 1:
रात कँवारी है
ख़्वाबों की मारी है
अपनों से हारी है
बार-बार दिल लगा के
पास वो आती है
दूर भी जाती है
कितना सताती है
थोड़ा-थोड़ा मुस्कुरा के
रोज़ ही,
रोज़ ही,
रोकती ना जाने क्यूँ
हर दफ़्फ़ा,
हर घड़ी,
टोकती ना जाने क्यूँ
जैसे है
ये लड़ी
सौ सवालात की
All I say is
Day by day it
Drives me crazy…
(Chorus – folk)
VERSE 2:
दिन जो तुम्हारा है
टूटा सितारा है
फिरता आवारा है
ये रहा ना कहीं का
जाने दो छोड़ो यार
क्या दिल का ऐतबार
ख़ुद से ही करता प्यार
ये हुआ ना किसी का
रात भर
लूट कर
आज की
ये मस्तियाँ
झूट का
हमसफ़र
जाने कल ये
हो कहाँ
है ये मीठी छुरी
आदतें इसकी बुरी
All I say is
Day by day this
Drives me crazy…
(Chorus – folk)
(SPANISH)
आज मिले हैं
मस्ती के पल दो
सोच ना आगे
होगा जो कल हो
दिल चाहे तुझको
I gotta say though
(SPANISH)
रोज़ ही,
रोज़ ही,
रोकती ना जाने क्यूँ
हर दफ़्फ़ा,
हर घड़ी,
टोकती ना जाने क्यूँ
जैसे है
ये लड़ी
सौ सवालात की
All I say is
Day by day it
Drives me crazy…
(Chorus – folk)
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!